बिहार विधानसभा का गुरुवार का सत्र तब गरमा गया जब उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बीच तीखी बहस छिड़ गई। यह विवाद वोटर वैरिफिकेशन में कथित फर्ज़ीवाड़े को लेकर शुरहुआ, जिस पर तेजस्वी यादव ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में बड़े स्तर पर गड़बड़ी की गई है और चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश हो रही है।

इस पर पलटवार करते हुए सम्राट चौधरी ने व्यक्तिगत टिप्पणी करते हुए कहा, "जिसका बाप अपराधी है वह क्या बोलेगा, चल हट...लुटेरा हो-लुटेरा।" इस टिप्पणी से सदन में हंगामा और बढ़ गया। जवाब में तेजस्वी यादव ने भी तंज कसते हुए कहा, "ज़्यादा जोर से बोलोगे तो गीला हो जाएगा।"

सदन में यह बहस राजनीतिक मर्यादाओं को लांघती हुई नजर आई, जिससे दोनों दलों के विधायकों के बीच तनाव और बढ़ गया। विपक्ष ने सरकार पर लोकतंत्र को कमजोर करने का आरोप लगाया, जबकि सत्तापक्ष ने तेजस्वी पर मुद्दों को भटकाने का आरोप लगाया। यह विवाद एक बार फिर बिहार की राजनीति में शिष्टाचार और गरिमा की गिरती स्थिति को उजागर करता है।