न्यूयॉर्क के एक परिवार के चार वरिष्ठ नागरिक, जिन्हें 29 जुलाई को पेनसिल्वेनिया के बर्गर किंग में आख़िरी बार देखा गया था, पाँच दिन बाद वेस्ट वर्जीनिया में एक कार दुर्घटना में मृत पाए गए। परिवार आशा दिवान (85), किशोर दिवान (89), शैलेश दिवान (86) और गीता दिवान (84) के नामों से जाना जाता है।
विस्तार से जानकारी
हरोली घटनाक्रम और आखिरी पता:
परिवार बफ़ैलो, न्यूयॉर्क से प्रबुपाद के पैलेस ऑफ़ गोल्ड (वेस्ट वर्जीनिया) की यात्रा पर था। 29 जुलाई को दो सदस्यों को पेनसिल्वेनिया के एक बर्गर किंग आउटलेट में कैमरे में कैद किया गया; वहीं उनका आखिरी क्रेडिट कार्ड ट्रांजेक्शन भी वहीं रिकॉर्ड हुआ। उसके कुछ समय बाद, पुलिस ने Interstate 79 पर टॉयोटा कैमरी (लाइसेंस प्लेट EKW2611) को दक्षिण की ओर जाते देखा।
खोज और प्रतिक्रिया:
मार्शल काउंटी शेरिफ माइक डोहर्टी ने बताया कि परिवार पिट्सबर्ग होते हुए माउंड्सविल, वेस्ट वर्जीनिया की ओर जा रहा था। अब तक कोई संपर्क या पुष्टि नहीं मिली है, हालांकि कुछ सुराग मिले हैं। स्थानीय पुलिस, हेलिकॉप्टर और राष्ट्रीय अपराध जानकारी केंद्र (NCIC) सहित कई संसाधन खोज में लगे हुए थे।
समुदाय की भूमिका और अपील:
विलियम्सविले स्थित भारतीय कला एवं विरासत परिषद (CHAI) ने इस घटना पर चिंता जताई। CHAI के अध्यक्ष सिबू नायर ने कहा कि सभी मिलकर परिवार की सहायता के लिए प्रयास कर रहे हैं। सार्वजनिक से भी किसी भी जानकारी की उम्मीद की गई थी।
निष्कर्ष और प्रसंग
- अनिश्चित शुरुआत: परिवार धार्मिक यात्रा पर था, लेकिन सड़क यात्रा के दौरान अचानक गायब हो गया।
- दराज़ी का अंत: घटनास्थल से दूरी पर दुर्घटना का पता चला, जिससे खोज पांच दिनों तक फलदायी नहीं हुई।
- परिवार और समाज पर असर: चार बुजुर्गों की मृत्यु ने शहरों में और भारत में परिवार के रिश्तेदारों में शोक और चिंता पैदा कर दी है।
संदर्भ और पृष्ठभूमि
- यह घटना 29 जुलाई को शुरू हुई, जब परिवार पेनसिल्वेनिया स्थित बर्गर किंग में दिखा।
- पांच दिनों तक चली खोज स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर चल रही कार्रवाई के बाद, परिवार वेस्ट वर्जीनिया में दुर्घटनाग्रस्त वाहन में मृत पाया गया।
- अभी तक दुर्घटना की प्राथमिक कारण पुष्टि नहीं हुई है; पुलिस जांच जारी है।
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