प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वाराणसी में कहा कि भारत तेजी से तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। यह बयान अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस टिप्पणी के अगले दिन आया, जिसमें उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था को ‘डेड इकोनॉमी’ बताया था।

मोदी ने कहा, “भारत आज दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते देशों में से एक है। हमारी सरकार ने बीते दस वर्षों में मजबूत नीतियों, बुनियादी ढांचे के विकास और प्रौद्योगिकी के उपयोग से अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। आने वाले समय में भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा, और यह सिर्फ सरकार का नहीं, बल्कि देश के 140 करोड़ लोगों के परिश्रम का परिणाम है।”

पीएम मोदी ने वाराणसी में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया, जिनकी कुल लागत लगभग 12,000 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इसमें परिवहन, बिजली, स्वच्छता और पर्यटन से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं।

ट्रंप के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मोदी ने कहा, “कुछ लोग भारत की प्रगति से असहज हैं, लेकिन हमारे लिए यह प्रेरणा का विषय है। हम अपने लक्ष्य से पीछे नहीं हटेंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि भारत की स्टार्टअप संस्कृति, डिजिटल इकोनॉमी और उत्पादन क्षमता लगातार वैश्विक निवेशकों को आकर्षित कर रही है।

आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि भारत का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) अगले कुछ वर्षों में जापान और जर्मनी को पार कर जाएगा, जिससे भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।

मोदी के इस बयान को राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि ट्रंप का हालिया बयान वैश्विक स्तर पर चर्चा में रहा। पीएम मोदी के इस भाषण ने संदेश दिया कि भारत की अर्थव्यवस्था वैश्विक चुनौतियों के बावजूद मजबूती से आगे बढ़ रही है।