पिछले दिनों ख़राब हालत में रहने वाली सत्या जीत राय के दादा, प्रसिद्ध साहित्यकार उपेंद्र किशोर राय चौधुरी की पैतृक हवेली बांग्लादेश के माइमेंसिंह (ढाका के पास) में गिराई जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह लगभग एक सौ वर्ष पुरानी हवेली स्थानीय बच्चों की अकादमी (शिशु अकादमी) के रूप में प्रयोग हो रही थी, लेकिन एक दशक से खाली पड़ी थी और खतरनाक स्थिति में पहुंच गई थी।
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