बेंगलुरु प्रोजेक्ट रद्द, आंध्र ने थामा एयरोस्पेस उद्योग का हाथ

कर्नाटक ने किसानों के विरोध के चलते बेंगलुरु एयरोस्पेस पार्क प्रोजेक्ट किया रद्द, आंध्र प्रदेश ने 8000 एकड़ ज़मीन के साथ कंपनियों को दिया रेड कार्पेट ऑफर


कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु के पास प्रस्तावित देवनहल्ली एयरोस्पेस और डिफेंस पार्क के लिए 1,777 एकड़ भूमि अधिग्रहण की योजना को पूरी तरह से रद्द कर दिया है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के इस फैसले के पीछे किसानों का तीन साल से भी ज्यादा समय तक चला विरोध प्रमुख कारण रहा। सरकार ने अब यह निर्णय लिया है कि जो किसान अपनी ज़मीन रखना चाहते हैं, उन्हें खेती की अनुमति दी जाएगी और जो अपनी ज़मीन छोड़ना चाहते हैं उन्हें वैकल्पिक प्लॉट या मुआवज़ा मिलेगा।

इस फैसले के तुरंत बाद, आंध्र प्रदेश के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री नारा लोकेश ने सोशल मीडिया पर aerospace कंपनियों को एक बड़ा ऑफर दिया। उन्होंने लिखा:


“प्रिय एयरोस्पेस उद्योग, यह सुनकर खेद हुआ कि बेंगलुरु प्रोजेक्ट रद्द कर दिया गया है। पर हमारे पास इससे बेहतर प्रस्ताव है — एक अत्यधिक आकर्षक एयरोस्पेस नीति, बेंगलुरु के पास ही 8,000+ एकड़ की तैयार ज़मीन और उद्योग‑हितैषी माहौल। आइए, बात करें।”


इस ऑफर को लेकर उद्योग जगत में हलचल मच गई है। आंध्र प्रदेश सरकार अब खुद को एयरोस्पेस और रक्षा निर्माण का नया गंतव्य बनाने की दिशा में बढ़ रही है।

वहीं, बेंगलुरु दक्षिण से बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने भी आंध्र के मंत्री की सराहना करते हुए कर्नाटक सरकार को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की सलाह दी है।

दूसरी ओर, अभिनेता-कार्यकर्ता प्रकाश राज ने कर्नाटक सरकार की इस पहल की तारीफ करते हुए कहा कि यह किसानों के पक्ष में लिया गया “ज़मीन से जुड़ा और संवेदनशील फैसला” है।