मुख्य विशेषताएँ:

  • अभिगम्यता और स्थान: BKC जैसे उच्च-वर्ग के व्यावसायिक क्षेत्र में जगह बदली गई है, जहां मासिक किराया लगभग ₹35 लाख है

  • प्रदर्शनी में Model Y: केंद्र में चीन के शंघाई गीगाफैक्ट्री से आयातित छः Model Y एसयूवी प्रदर्शित की गई हैं, जिनमें RWD एवं Long‑Range AWD वेरिएंट शामिल हैं

  • कीमत: Rear-Wheel Drive वेरिएंट की एक्स-शोरूम कीमत ₹59.89 लाख तथा Long Range RWD की ₹67.89 लाख तक है, ऑन‑रोड कीमत में 70% तक का आयात शुल्क जोड़ा गया है

  • डिलीवरी और चार्जिंग नेटवर्क: डिलीवरी Q3 से शुरू होगी, और जल्द ही V4 सुपरचार्जर साइट्स की स्थापना की जा रही है—7 लोकेशनों पर मुंबई और दिल्ली-एनसीआर में

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने उद्घाटन के समय कहा, “टेस्ला ने सही शहर व राज्य चुना है — वह है महाराष्ट्र और मुंबई, जो भारत की उद्यमशील राजधानी है।”

रणनीतिक विचार:

  • टेस्ला ने फिलहाल भारत में निर्माण संयंत्र की बजाय “पेश-फirst” रणनीति अपनाई है, जिसके तहत वाहन आयातित करके बेचे जा रहे हैं। यह कदम सरकार की धारणा और ग्लोबल मार्केट फीवर को दिखाता है

  • सरकार ने 15% आयात शुल्क के तहत स्थानीय निवेश की शर्त रखी है, लेकिन फिलहाल टेस्ला का कोई कारखाना स्थापित नहीं हुआ है

प्रतिस्पर्धा एवं बाजार प्रभाव:

  • टेस्ला Model Y अब प्रीमियम लक्ज़री EV सेगमेंट में उपलब्ध है, जो BMW, Mercedes जैसे ब्रांडों से मुकाबला करता है

  • भारत में EV की हिस्सेदारी वर्तमान में केवल ≈4% है, लेकिन सरकार का लक्ष्य इसे 2030 तक 30% तक पहुंचाना है

  • आने वाले समय में दूसरा शोरूम दिल्ली-एनसीआर में खुलने की उम्मीद है






निष्कर्ष:

टेस्ला का ये कदम भारत के इलेक्ट्रिक वाहनों के भविष्य के लिहाज से महत्वपूर्ण संकेत है। महँगाई दर, स्थानीय निर्माण की योजना और चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसी चुनौतियों का सामना करना होगा, लेकिन Model Y जैसी ड्राइविंग टेक्नोलॉजी और ब्रांड प्रतिष्ठा से भारतीय उपभोक्ता आकर्षित होंगे।