रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL), जो मुकेश अंबानी के नेतृत्व में है, आज 30 जून 2025 को समाप्त पहली तिमाही (Q1FY26) के नतीजे पेश कर रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार कंपनी का कंसोलिडेटेड EBITDA लगभग 15–16 % सालाना वृद्धि दर्ज करेगा, जो पिछले छह तिमाहों में सबसे सर्वोच्च वृद्धि है। यह तीन प्रमुख स्तंभों—O2C (तेल से रसायन), डिजिटल (Jio), और रिटेल—के मजबूत प्रदर्शन से प्रेरित है।

🔹 मुख्य विशेषताएं:

  • Jio: Kotak अनुमानित करता है कि Jio का EBITDA 28 % YoY बढ़कर ₹6,964 करोड़ पहुंच सकता है, साथ ही सब्सक्राइबर बेस में भी तेज़ी की उम्मीद है

  • रिटेल: JM Financial के अनुसार यह क्षेत्र लगभग 18–20 % के YoY वृद्धि के साथ मजबूत बने रहने की संभावना है

  • O2C: परिष्करण मार्जिन में सुधार से EBITDA में 18–20 % तक वृद्धि की उम्मीद है, हालांकि थोडी शटडाउन का असर भी हो सकता है

  • एक-बार का लाभ: Asian Paints में हिस्सेदारी बिक्री से लगभग ₹9,000 करोड़ का एक-बार का लाभ मिल सकता है, जो लाभ को और बढ़ाएगा

📉 शेयर बाज़ार की प्रतिक्रिया:
18 जुलाई को शाम RIL का स्टॉक ₹1,476.85 पर बंद हुआ, जिसमें मामूली गिरावट (0.02 %) दर्ज हुई, लेकिन यह अपने क्षेत्र के अन्य शेयरों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करता रहा। बाजार की नकारात्मक चालों के बीच भी RIL ने दूसरों को पीछे छोड़ा।

📈 निवेशकों के लिए संकेत:
वर्ष की शुरुआत से अब तक RIL के शेयर करीब 21 % बढ़ चुके हैं, जबकि Nifty 50 में यह वृद्धि सिर्फ 6 % है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह तिमाही कंपनी के “ट्रिपल-इंजन” मॉडल (O2C, Jio, रिटेल) की योजना पर विश्वास बहाल कर सकती है।

निष्कर्ष:
RIL का यह Q1 प्रदर्शन आने वाले समय में निवेशकों के भरोसे को मजबूत बनाए रख सकता है। Asian Paints की हिस्सेदारी बिक्री से मिला एक-बार का लाभ, O2C में बेहतर मार्जिन और Jio-सब्सक्राइबर वृद्धि मिलकर कंपनी को 18 माह में सबसे मजबूत तिमाही की ओर ले जा रहे हैं।