गुरुग्राम: टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या के बाद पिता ने कहा – 'FIR ऐसे लिखो कि मुझे फांसी हो जाए'



राज्य स्तरीय टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की गोली मारकर हत्या के दो दिन बाद परिवार ने हत्या की निंदा करते हुए बताया कि आरोपी पिता दीपक यादव अपने किए पर पछता रहा है। दीपक को शनिवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
राधिका के चाचा विजय यादव (54) ने कहा, “जो हुआ बहुत गलत हुआ। जब मैं थाने में दीपक के साथ था, तो उसने पुलिस से कहा — 'FIR और बयान ऐसे लिखो कि मुझे फांसी हो जाए। मैंने कन्या वध किया है।’”

घटना गुरुवार सुबह करीब 10:30 बजे की है जब राधिका रसोई में खाना बना रही थी। उसी दौरान दीपक ने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर (.32 बोर) से उस पर चार गोलियां चला दीं। दीपक का छोटा भाई कुलदीप यादव (46), जो उसी मकान के ग्राउंड फ्लोर पर रहता है, गोलियों की आवाज सुनकर ऊपर भागा और राधिका को खून से लथपथ हालत में पाया।
कुलदीप और उसके बेटे पियूष ने तुरंत राधिका को निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार राधिका को चार गोलियां लगी थीं। पुलिस ने कुलदीप की शिकायत पर FIR दर्ज की।
पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि दीपक, राधिका की सफलता से मानसिक रूप से असंतुलित हो गया था। वह गांव में लोगों की टिप्पणियों से परेशान था, खासकर जब वह दूध लेने जाता था।

पुलिस प्रवक्ता के अनुसार फिलहाल किसी और को जांच के लिए तलब नहीं किया जा रहा है।
परिवार ने यह भी स्पष्ट किया कि हत्या के पीछे प्रेम संबंध या अंतरजातीय विवाह की आपत्ति जैसी कोई बात नहीं थी। विजय यादव ने कहा, “हम अशिक्षित लोग नहीं हैं कि किसी प्रेम प्रसंग या अंतरजातीय विवाह का विरोध करें। अगर ऐसा कुछ होता, तो गांव में बैठकर सुलझा लेते।”

राधिका के चाचा राजेश यादव (52) ने कहा, “उसने (दीपक) बेटी के करियर में सब कुछ लगा दिया था। यह कैसे हो गया, समझ नहीं आता। शायद ये पल भर का गुस्सा था।”
राधिका यादव का जन्म 23 मार्च 2000 को हुआ था। उसने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय टेनिस प्रतियोगिताओं में भाग लिया था। ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन (AITA) के अनुसार, उसका करियर बेस्ट रैंकिंग अंडर-18 बालिका वर्ग में 75वां, महिला डबल्स में 53वां और महिला सिंगल्स में 35वां रहा।
फिलहाल दीपक यादव दो हफ्तों की न्यायिक हिरासत में है और मामले की जांच जारी है।