स्वच्छ सर्वेक्षण 2024–25 के नतीजों में इंदौर ने "Super Swachh League" समेत सभी वर्गों में शीर्ष स्थान हासिल कर आठवीं बार भारत का सबसे स्वच्छ शहर बनने का गौरव प्राप्त किया  उपलब्धि पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 17 जुलाई 2025 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित पुरस्कार समारोह में शहर को सम्मानित किया

🌟 पुरस्कार और श्रेणियाँ

  • इंदौर ने 'Super Swachh League' की नई श्रेणी में पहला स्थान प्राप्त किया, जहाँ जनसंख्या 10 लाख से अधिक वाले शहरों को आंका गया

  • दूसरा स्थान: गुजरात का सूरत

  • तीसरा स्थान: नवी मुंबई ने प्राप्त किया
    पुरस्कारों की संख्या लगभग 78 रही, विभिन्न आबादी श्रेणियों में आवंटित किए गए

📊 सर्वेक्षण प्रमुख आँकड़े

  • देशभर के 4,500+ नगर निकायों को कवर किया गया, और 3,000 से अधिक आकलकों ने करीब 45 दिनों तक प्रत्येक वार्ड का निरीक्षण किया

  • सर्वेक्षण के लिए लक्षित मंडल: सेवा स्तर प्रगति, नागरिक प्रतिक्रिया, प्रत्यक्ष निरीक्षण, स्वच्छता और कचरा प्रबंधन से जुड़े 10 मानदंड एवं 54 संकेतक

  • 14 करोड़ से अधिक नागरिकों ने "स्वच्छता ऐप", MyGov, सोशल मीडिया और आमने-सामने संपर्क से भागीदारी की

🧹 इंदौर का मॉडर्न सफाइ मॉडल

इंदौर नगर निगम की वैज्ञानिक कचरा प्रबंधन प्रणाली ने इसे लगातार आठ बार शीर्ष स्थान दिलाया 

  • शहर में प्रतिदिन लगभग 1,900 टन कचरा उत्पन्न होता है, जिसे 6 श्रेणियों में विभाजित कर 6-कम्पार्टमेंट वाले वाहनों द्वारा उठाया जाता है

  • इस कचरे से किफायती बायो‑CNG उत्पादन होता है, जो नगर बसों में इस्तेमाल होता है

  • कचरा वाहन तीन शिफ्टों में दिन-रात कार्यरत हैं और NGO वालंटियर्स की सहभागिता रहती