संसद के गैर-कामकाज के कारण कथित तौर पर रु।  करदाताओं के पैसे में 133 करोड़ का घाटा।  विशेष रूप से, संसद अब तक संभावित 107 घंटों में से केवल 18 घंटे ही काम कर पाई है।